लखनऊ के मोती महल लॉन में विशाल पुस्तक मेले में श्री सर्वेश अंबेडकर सपरिवार उपस्थित रहे। इस मेले में विभिन्न प्रकाशन द्वारा अपनी अपनी स्टॉल हजारों पुस्तकों के साथ सजाई हुई थीं और यहाँ का नज़ारा नई बौद्धिक दुनिया में होने का अहसास करा रहा था।
इसी मेले में विश्व प्रसिद्ध सम्यक प्रकाशन का भी विशाल स्टॉल लगा है। जिसके संस्थापक और प्रकाशक यशकायी शांति स्वरूप बौद्ध के सुयोग्य पुत्र भाई कपिल स्वरूप बौद्ध जी ने प्रकाशन को और नए नए आयाम दिए। स्टॉल में दलितों, पिछड़ों को ग़ुलामी से मुक्त जीवन के लिए कड़ा संघर्ष और मार्गदर्शन एंव अधिकार दिलाने वाले सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों के संघर्षों की गाथा के परिपूर्ण साहित्यिक भव्यता, विशालता का दृश्य भाव विभोर करने वाला रहा।
इस दौरान सर्वेश अंबेडकर जी ने बताया कि उनके पास सम्यक प्रकाशन की ही सबसे बड़ी संविधान पुस्तक थी, जिसे उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मा0 अखिलेश यादव जी को सम्मान स्वरूप भेंट कर दिया था। जिससे उनकी लाइब्रेरी कमजोर सी हो गई थी, आज उन्होंने पुस्तक मेले से पुनः भारतीय संविधान की बड़ी पुस्तक नए कलेवर में व अन्य कुछ पुस्तकें खरीदकर पुनः अपने पुस्तकालय को समृद्ध बना लिया।
इसके साथ ही सम्यक प्रकाशन के संस्थापक भाई कपिल जी के द्वारा सर्वेश जी को 2022 का शानदार कैलेंडर भेंट किया गया, जिसके लिए उन्होंने कपिल जी को अनन्त साधुवाद अर्पित करते हुए उनकी साहित्यिक दुनिया में दिनोंदिन ऊँचाइयों पर हस्ताक्षर करने की मंगल कामना की।
इस अवसर पर सर्वेश जी प्रख्यात आलोचक, मण्डल कमीशन रिपोर्ट विद्वान लेखक, ओजस्वी वक्ता शानदार मित्र भाई चंद्रभूषण यादव जी व लखनऊ के तमाम नए पुराने मिशनरी बुद्धिजीवी मित्रों से भी मिले, इन सबसे मिलना उनके लिए एक बेहद खास अनुभव रहा।