महान समाज सुधारक व 20वीं सदी के नेता महान संत गाडगे महाराज जी के महापरिनिर्वाण
दिवस के अवसर पर उन्हें पुष्पार्पण कर उन्हें सहृदय श्रृद्धांजलि अर्पित की गयी. इस अवसर पर अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ में सभा का आयोजन किया गया.
जिसके अंतर्गत समाज उत्थान में किये गये उनके कार्यों पर चर्चा की गयी तथा राष्ट्रसंत
गाडगे महाराज जी के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया गया.
सभा के अंतर्गत अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष माननीय सर्वेश अंबेडकर जी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और समानता को समाज की बेहतरी का आधार बनाने के प्रति अपने विचारों को उपस्थित सभी लोगों के समक्ष रखा.
सामाजिक समता के प्रतीक महान संत गाडगे महाराज जी का जन्म 23 फरवरी वर्ष 1876
में महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हुआ था. उनका समग्र जीवन समाज उत्थान की दिशा की
ओर अग्रसर रहा है. उनके द्वारा सामाजिक विकास हेतु साप्ताहिक उत्सव का आयोजन किया जाता
था. वर्तमान समय में भी अनेक राजनीतिक दल व सामाजिक संस्थान उनके द्वारा समाज
विकास में दिए गए योगदानों से प्रेरणा ले रहे हैं.
गाडगे महाराज जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर आयोजित सभा में माननीय सर्वेश अंबेडकर
जी के अतिरिक्त प्रदेश उपाध्यक्ष तरुण रावत जी, डॉ. भूपेंद्र दिवाकर जी, ध्रुव कान्त
पासी जी, महावीर रावत जी, हनुमान कनौजिया जी, डॉ. संजय कनौजिया जी, पुष्पा
बाल्मीकि जी, तोषेन्द्र प्रभाकर जी (एडवोकेट), राजवर्धन जी, जयवीर जी,
अशोक अंबेडकर जी तथा अन्य समाजवादी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे.
नमस्कार, मैं सर्वेश अम्बेडकर आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.