किसी भी क्षेत्र में विकास कार्यों का अवरुद्ध हो जाना स्थानीय जनता की प्रगति में भी बाधक हो जाता है और इन कार्यों का प्रतिनिधित्व करने वालों की ही बात यदि शासन-प्रशासन द्वारा नहीं सुनी जाए तो यह सरकार की अराजकता व तानाशाही का प्रतीक है। कुछ इसी प्रकार का वाक्या प्रदेश की गौरीगंज विधानसभा में भी सामने आया, जहां विकास कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार, विधानसभा व प्राक्कलन समिति के द्वारा विगत तीन वर्षों से आश्वासन पर आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन जनता के लिए सर्वाधिक आवश्यक विकास कार्य अभी तक रुके पड़े हैं।
इस अव्यवस्था का विरोध करने के लिए स्थानीय विधायक मा राकेश प्रताप सिंह के द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया गया है और वह विरोध में अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठ गए हैं। इसी क्रम में सर्वेश अम्बेडकर (पूर्व दर्जा राज्यमंत्री) सदस्य राज्य कमेटी समाजवादी पार्टी उ0प्र0, ने भी उनके आंदोलन में समर्थन दिया और धरने में उनके साथ सहयोगियों सहित प्रतिभाग किया। विधायक राकेश प्रताप जी ने जानकारी दी कि भैंसीगंज , मुसाफिरखाना काटूनाला चौरी मार्ग व मुसाफिरखाना पारा मार्ग की दो सड़कों का नवीनीकरण अब तक नहीं हुआ है और प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन दिया जा रहा है।