"हैप्पी बर्थडे नेता जी"
मुलायम सिंह गैर राजनीतिक किसान परिवार से निकल कर न सिर्फ भारत के सबसे बडे सूबे उत्तर प्रदेश मे खुद को राजनीतिक रूप से स्थापित किया, वरन दिल्ली तक अपने राजनीतिक दखल का लोहा मनवाते हुए भारतीय लोकतंत्र मे धर्मनिर्पेक्षता की एक नई लकीर खींचते हुए है। दलितो, पिछडो, अल्पसंख्यको को राजनीतिक व्यवस्था की मुख्यधारा में ला कर खडा कर दिया है।
मुलायम सिंह की राजनीतिक जिजीविषा ने न सिर्फ उन्हें भारत का सफल राजनेता बनाया, साथ ही देश की एक बडी आबादी जो हाशिये पर थी, उसकी आँखो मे सपने भी जगाए।
मुलायम सिंह की राजनीति ने उत्तर भारत मे सामाजिक बदलाव की एक ऐसी हवा बहा दी, जिसके झोके आखिरी व्यक्ति ने महसूस किये। मंडल कमीशन के लिए शतरंजी बिसात, धर्म निर्पेक्षता और कानून की हिफाजत के लिए बाबरी बिध्वंस के आताताईयों पर गोली और काँशीराम के साथ मुलायम सिंह का सामाजिक व राजनीतिक गठजोड का फैसला सदैव स्वर्णाक्षरो मे लिखा जाएगा।
सीमित संसाधनो के साथ, जातिवादी राजनीतिक साजिशों से निकल कर राजनीतिक क्षितिज पर मुलायम सिंह का चमकना उनके राजनीतिक कौशल को समझने के लिए पर्याप्त है। मुलायम का 90 के दशक मे क्रांति रथ से उत्तर प्रदेश के हर गली की धूल से नहाना और जातिवादियों द्वारा उनका विरोध और उस विरोध के बावजूद राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में नये आयामों को स्थापित करना उनके लिए कड़ी चुनौती था।
उनके नक़्शे क़दम पर आज माननीय अखिलेश यादव जी सामाजिक न्याय के आंदोलन को तीव्र गति प्रदान करने में रातदिन एक किये हुए हैं। जिससे उत्तर प्रदेश का माहौल उनके पक्ष में बन गया है और आम जनमानस में भाजपा विरोधी लहर चल पड़ी है। निश्चित रूप से 2022 में सपा की सरकार बनने की अपार संभावनाएं प्रबल हो गयी है।
धरतीपुत्र व नेता जी के नाम से विख्यात माननीय मुलायम सिंह यादव जी का आज 83 वां जन्मदिन है। समाजवादी पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ता उनके स्वस्थ व दीर्घायु होने की करोड़ों दुआओं से नावाजेंगे।
हैप्पी बर्थडे नेता जी
आप जियें हजारों साल...
सर्वेश अम्बेडकर
पूर्व दर्जा राज्यमंत्री