भाईचारा, सद्भावना, समानता व करुणा का संदेश देने वाले संत शिरोमणि रविदास जी की 644वीं जयंती फर्रुखाबाद स्थित समाजवादी पार्टी जिला कार्यालय पर मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर समाजवादी पार्टी के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष (अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ) के रूप में सर्वेश अंबेडकर मौजूद रहे।
उन्होंने अपने प्रबोधन में कहा कि,
"जब सामाजिक और मानवीय मूल्यों की अवहेलना हुई और उन पर धर्मान्धता, रूढ़ियाँ, पाखंड और कर्मकांड हावी हुआ, ऐसे समय में संत रविदास की निर्भीक वाणी ने एंटी वायरस वैक्सीन का काम किया।
बेगमपुरा शहर को नाउँ,
दुख अंदेहु नहीं तिय ठाऊं।।
ऐसा चाहूँ राज मैं जहाँ मिले सबन को अन्न,
छोट बड़े सब सम बसें, रविदास रहें प्रसन्न।।
जाति जाति में जाति है, ज्यों केलन में पात।
रविदास मनुष न जुड़ि सके जबलौ जाति न जात।।
जाति पांति के फेर में उरझि रहे सब लोग।
मनुष्यता को खात है, रविदास जाति का रोग
रविदास कनक अरु कंगन में,
जिम कोई अंतर नाहिं।
तैसे ही अंतर नहीं हिन्दू, तुरकन माहि।।
इत्यादि जैसी तमाम अवधारणाओं को बाबा साहेब अम्बेडकर ने संविधान में मूर्त रूप दिया। सिख धर्म के पवित्र गुरुग्रन्थ साहिब में उनके 40 से अधिक पद शामिल किए गए। गुरु रविदास के उपदेशों की प्रासंगिकता आज भी पूर्व जैसी है। उनके उपदेश ही स्वस्थ, समाजवादी मानव समाज का निमार्ण कर सकते है।"
जयंती कार्यक्रम में सपा जिलाध्यक्ष नदीम फारूकी ने शेर के माध्यम से समतामूलक समाज निर्माण पर बल दिया। वहीं वरिष्ठ नेता महेंद्र कटियार ने उदाहरण देकर समाज में जाति के जहर को समाप्त करने का आव्हान किया। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला महासचिव मनदीप यादव ने किया और अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य राम विलास राजपूत ने की।
कार्यक्रम में विवेक यादव, ओमकार शर्मा, बन्टी यादव, आनन्द गिहार, अमित यादव, नितिन यादव, जीतू यादव, सुभाषचंद्र शाक्य एड, शिव शंकर शर्मा, साजिद अली, युनुश अंसारी, शिव प्रताप चीनू एड, अरविंद यादव, मतीन खान, बेंचेलाल सहित अन्य मौजूद अतिथियों ने सार गर्भित विचार व्यक्त किये। सभी ने एक स्वर में 2022 में सपा सरकार बनाने का संकल्प लिया।