हाथरस गैंगरेप और हत्या के प्रकरण में एसआईटी की जांच के बहाने और कभी कोरोना की आड़ में विपक्षी दलों के नेताओं को और मीडिया को पीड़िता के परिवार वालों से मिलने से जबरन पुलिस प्रशासन द्वारा रोका गया है और उन्हें घटना स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर रखा गया है। सपा प्रतिनिधि मंडल को भी बिना समुचित कारण के हिरासत में ले लिया गया है, ताकि पीड़िता के परिजनों से उनकी मुलाकात न हो सके। यह घटनाक्रम अविश्वसनीय रूप से निर्लज्ज और दमनकारी है और सपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष (अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ) सर्वेश अंबेडकर ने इस घटना को लोकतंत्र की जमकर धज्जियाँ उड़ना और संवैधानिक अधिकारों की हत्या करार दिया है।
@2020-10-01